प्यार एक ऐसा पहलू है जहां हम अपने आपको योवान अवस्था में एक हमसफर कि जरूरत होती है। जो एक - दूसरे का दुःख और सुख शेयर कर सके।lover relatinship कॉम्बिनेशन रहता है, महिला और पुरूष के बीच का संबंध। जिंदगी को हर किसी से अगर समझना चाहते हो अपने प्यार को किस प्रकार रखना है तो एक दूसरे पर सही तरीका से रिलेशनशिप को एक सही रिश्तेदार के रूप में स्पष्ट करें। जब रिलेशनशिप शुरू होती है। आप एक दूसरे के लवर होते हैं एक दूसरे की फीलिंग को समझना है इसका मतलब यह नहीं होता है कि आप सही हो आपका लवर गलत है। ताली एक हाथ से नहीं बजती है दोनों हाथ से बजती है अगर आप सही हो तो वह भी सही है आप गलत हो तो वह भी गलत है। हमारा सोच लवर के प्रति एक लाइफटाइम सिक्योर के रूप में एक दूसरे को समझना चाहिए। जब प्यार शुरु होती है तभी हमारे मन में कितने सारे ख्याल आते हैं एक दूसरे के प्रति। हमारी भावना और सोच लवर के प्रति सब निछावर हो जाती है। जब पहली बार मोहब्बत होती है प्यार होती एक दूसरे से तब हमारे अंदर काफी अच्छी फीलिंग होती है खुशी महसूस होती है। जब एक दूसरे को समझ लेते हैं एक दूसरे के प्यार को फीलिंग उसके ब
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें