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जीजा साली का relationship

हमारा रिश्ता बहुत ही combination है। चाहे किसी भी प्रकार का रिश्ता हो। क्योंकि बुनियाद ही हमें एक नई मुकाम और नजरिया बदल देती है।  जीजा को साली के साथ व्यवहार:-  > जीजा का मतलब दीदी के पति को कहा जाता है। जीजा को हमेशा अपना कर्तव्य नहीं भूलना चाहिए। उस साली के साथ अपना व्ययवाहर हमेंशा । ही सही उनका आदर साली के साथ सही तरीके से करना चाहिए। > हमें अपने रिश्ते को सही तरीके से कदर करना चाहिए। यह देख के अगला पीढ़ी को समझ में आ जाए। अगर समाज को बदलना है तो बुनियाद से ही अच्छा रखना पड़ेगा ।  > समय केेे हिसाब हर चीज को समझनााा चाहिएए क्योंकि इससे बढ़कर कुछ नहीं होता है अपना वचन से ही समझना चाहिए। > नजरिया हमसे अपना सही होना चाहिए गलत नजरिए से नहींं देखना। और ना ही उनके साथ गलत व्यवहार करना चाहिए उन्हेंहें अ फैमिली मेंबर जैसे ही समझना चाहिए  > रिश्तेते एक बार टूटने के बाद दोबारा नहींंं मिल पा इसीलिए हमेंंंंं कदर करना चाहिए । हिएलएल साली को  जीजा के साथ व्यवहार:-  साली है कर्तव्य होना चाहिए की जीजा को अपनी हर तरह से उनका रिस्पेक्ट करें और सदा सत्कार दे। रिश्तो रिश्तो की बुनियाद को

बहू और सास - ससुर का relationship

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संसार एक नियम पर आधारित है जो निभाना हमें पड़ता है। वैसे ही एक रिश्ता है। बहू और सास ससुर का यह दोनों में कैसा संबंध है जो जिंदगी भर अपने मां-बाप के समान अपना कर्तव्य निभाना पड़ता है । बहू का पहला कर्तव्य >   एक कुंवारी लड़की जब अपने घर यानी मां-बाप का घर शादी से पहले मायके में एक कुंवारी कि जिंदगी जीती है। वह अपने फैमिली अपने लाइफ के बारे में सिर्फ सोचती है और और अपनी जिंदगी के लिए एक सफल और पढ़ा लिखा इंसान बनती है ताकि भविष्य में अपने जीवन के प्रति हर चीज को समझ सके। जब वह पूरी तरह मैच्योर हो जाती है। तभी माता-पिता अपना फर्ज निभाते हैं यानी कि उनका विवाह करा देते हैं । >   जब वह शादी करती है और अपने ससुराल आती है। ससुराल में उसे हर तो तरीके एक फैमिली की तरह जिस तरह अपने मायके में अब माता-पिता के प्रति अपना कर्तव्य निभाती थी। वैसे ही ससुराल में अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।   >  अपने सास ससुर के साथ अच्छे से पेश होना चाहिए। उनसे आदरपूर्वक व्यवहार करना। यह एक विवाहित स्त्री का कर्तव्य होता है। जिस तरह अपने माता पिता के प्रति अपना कर्तव्य निभाया जाता है उसी तरह सास ससु

दादा दादी और नाती पोता का रिश्ता कैसा होना चाहिए

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दोनों के बीच का रिश्ता बहुत ही अनूठा है जो कभी नहीं टूट सकता। एक दूसरे के रिश्ते अपने बचपन को याद दिला ती है। जब माता-पिता अपने पुत्र या पुत्री को जन्म देते हैं। छोटे से बड़े करके हैं पढ़ाते दिखाते हैं अरे कामयाब इंसान बनाते हैं ताकि हर चीज अपने आप से फैसला कर ले सके और जब एक कामयाब रिस्पांसिबिलिटी इंसान बन जाता है तो उन्हें एक सूत्र में मान लेते हैं। जो विवाह यह कैसा बंधन है जो कभी नहीं टूटता है मां बाप इस बंधन में बांट देते हैं और अंतिम में यहां आस रखते हैं की एक छोटी सी प्यारी सी नन्ही सी पोता पोती मिले और उनके साथ अपने बचपन को दुनिया में ले जाएं। दादा दादी और नाती पोता के बीच का व्यवहार इस प्रकार होना चाहिए। आजकल की जनरेशन है अपने रिश्ते को काफी पीछे छोड़ कर रहे हैं हालांकि ऐसा नहीं होना चाहिए। दुनिया तो बदल रही है लेकिन रिश्ते नातों को नहीं बदलना चाहिए दादा-दादी हमेशा चाहती है की अपने नाती पोतों से 1 बच्चों की तरह खिलती रहे और उन्हें कुछ चीज की कमी ना हो वह अपना नाती पोता को औलाद की तरह समझते हैं और उन्हें बड़ी प्रेम से व्यवहार करते हैं निहारते हैं। यह उनके

देवर और भाभी का relationship

रिश्तो का डोर ही हमारे अपने को एक दूसरे पर एक हौसला और अपनापन बनाता है। भाभी और देवर का रिश्ता एक ऐसा अनोखा रिश्ता है जो एक मां और बेटा का होता है मगर हमारी नजरिया अलग होती है। वाकई में हमें भाभी को अपने मां के समान व्यवहार करना चाहिए । देवर भाभी का रिश्ता कैसा होना चाहिए। 1. देवर भाभी का रिश्ता एक महत्वपूर्ण और अपने कर्मोंमों को देखते हुए यह रिश्ता निभाना चाहिए। संसार के प्रकार के लोग होते हैं जो काफी मतलबी होते हैं सिर्फफ अपने को देखते हैं मगर किसी दूसरे के रिश्तेते पर गलत नजरिया से देखते हैं। संसार का एक ही नियम है जो हर किसी एक दूसरे पर अपने रिश्तो को संभाल के रखे। जब हमारे परिवार में कोई अनाथ हो जाता है जिसका कोई नहीं रहता। सिर्फ भाभी मां रहती है तभी हमेशा होता है की हमें किस नजरिया स देखना चाहिए। अपने भाभी को मां के नजरिए से देखना चाहिए कुछ भी हो जाए अपना नजरिया नहीं बदलना चाहिए क्योंकि संसार का नियम है अपने नियमों को पालन करना चाहिए। आज कल की दुनिया में इतनी अंधी हो चुकी है। की दुनिया अंधेरों से गिरा हुआ है बस बदलना तो हमें है। देवर का कर्तव्य क्या होना चाहिए? देवर का फर्ज होता

Lover relationship कैसा होना चाहिए

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प्यार एक ऐसा पहलू है जहां हम अपने आपको योवान अवस्था में एक हमसफर कि जरूरत होती है। जो एक - दूसरे का दुःख और सुख शेयर कर सके।lover relatinship कॉम्बिनेशन रहता है, महिला और पुरूष के बीच का संबंध। जिंदगी को हर किसी से अगर समझना  चाहते हो अपने प्यार को किस प्रकार रखना है तो एक दूसरे पर सही तरीका से रिलेशनशिप को एक सही रिश्तेदार के रूप में स्पष्ट करें। जब रिलेशनशिप शुरू होती है। आप एक दूसरे के लवर होते हैं एक दूसरे की फीलिंग को समझना है इसका मतलब यह नहीं होता है कि आप सही हो आपका लवर गलत है। ताली एक हाथ से नहीं बजती है दोनों हाथ से बजती है अगर आप सही हो तो वह भी सही है आप गलत हो तो वह भी गलत है। हमारा सोच लवर के प्रति एक लाइफटाइम सिक्योर के रूप में एक दूसरे को समझना चाहिए। जब प्यार शुरु होती है तभी हमारे मन में कितने सारे ख्याल आते हैं एक दूसरे के प्रति। हमारी भावना और सोच लवर के प्रति सब निछावर हो जाती है। जब पहली बार मोहब्बत होती है प्यार होती एक दूसरे से तब हमारे अंदर काफी अच्छी फीलिंग होती है खुशी महसूस होती है। जब एक दूसरे को समझ लेते हैं एक दूसरे के प्यार को फीलिंग  उसके ब

पति-पत्नी का relationship कैसा होना चाहिए।

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पति-पत्नी का संबंध एकy है इस उम्मीद में कि यही मेरी भगवान  है और पूजते रहती है 3 पति हक होता है कि पत्नी को अच्छा प्यार दे प्रेम पूर्वक बातें करे। उसे प्रताड़ित ना करें। और है चीज में उनका ध्यान दे। 4. जबतक संतान नहीं होता है।तब तक है पत्नी खूब प्यार करते हैं लेकिन जब हमारी संतान हो जाती उन्हें   ignore कर देते हैं। ऐसा कर्तव्य हमारा नहीं होना चाहिए। हरी संतान अर्थात् बच्चे हो जाने के बाद भी उतना ही प्यार करना चाहिए जितना पहले करते थे। हमारा ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। 5. जिंदगी के हर कदम पर हमारा ही हाथ होना चाहिए। पति सारा दिन काम में लगे रहता है पत्नी को ध्यान देता । सिर्फ अपने काम  को ही सारा चीज समझ ता है।  6. जब हमारे बच्चे हो जाते है तब हम एक दूसरे से दूरी बनाते है।ये गलत है सोच पर निर्भर करती अगर सोच एक दूसरे के सच्चा रहेगा कोई भी मुसीबत अलग नहीं कर सकता।। 7. ज्यादातर हम एक दूसरे से शक अधिक करते हैं।प्रॉब्लम कि सबसे बड़ी स्टेप है। इससे हमेशा दूरी बना के रखिए।किसी एक का शक दोनों का नुकसान हो सकता है। क्योंकि दोनों कि जिंदगी एक बनी हुई है। 8. यह नहीं होना चाहिए कि आप

भाई-बहन का रिश्ता कैसे होना चाहिए